फासीवाद एक उग्र आन्दोलन है ,जिसका प्रदुर्भाव 1922ईस्वी में मुसोलिनी के नेतृत्व में इटली में तथा 1933 ईस्वी में हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी में हुआ ।
क्या फासीवाद एक विचारधारा है?
चूंकि विचाराधारा में निश्चित सिद्धांतों का एक समूह होता है, जबकि फासीवाद का कोई निश्चित सिद्धांत नही होता है, फासीवाद व नाजीवाद के नेताओं ने अपने हितों के अनुरूप सामाजिक डार्विनवाद , परंपरावाद, तर्कबुद्धिवादऔर आदर्शवाद को तोड़ मरोड़कर अपनाया । अतः फासीवाद में सिद्धांतों का अभाव था।
विचारधारा में एक ‘ आदर्श समाज ‘ की परिकल्पना की जाती है जबकि फासीवाद अनैतिकता, मानवताविरोधी, अंधराष्ट्रवादिता और साम्राज्यवाद पर टिका था।
अंततः फासीवाद न तो साम्यवादी था , और न ही पूंजीवादी, उदारवादी वस्तुतः ये तो स्वार्थ पर आधारित परिस्थितिजन्य उग्र आन्दोलन था।
-gulshan santosh Yadav
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